स्कूल ऑफ ह्यूमैनिटीज एंड सोशल साइंसेज ने युवा मतदाताओं को प्रेरित करने के लिए एक “मेरा पहला वोट देश के लिए” कार्यक्रम आयोजित*

प्रदीप कुमार

श्रीनगर गढ़वाल। स्कूल ऑफ ह्यूमैनिटीज एंड सोशल साइंसेज ने युवा मतदाताओं को प्रेरित करने के लिए एक “मेरा पहला वोट देश के लिए” कार्यक्रम की मेजबानी की 1 मार्च 2024 को

स्कूल ऑफ ह्यूमैनिटीज एंड सोशल साइंसेज (एसएचएसएस) ने डीन प्रोफेसर हिमांशु बौराई के नेतृत्व में लोकतंत्र में मतदान की भावना का विकास करने के लिए संकाय के मनोविज्ञान विभाग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह पहल राष्ट्रव्यापी “मेरा पहला वोट देश के लिए” अभियान का हिस्सा थी,जिसका उद्देश्य युवाओं,विशेष रूप से पहली बार मतदाताओं को अपने मतदान अधिकारों को समझने और कर्तव्यनिष्ठा से प्रयोग करने के लिए सशक्त बनाना है।
कार्यक्रम में अर्थशास्त्र,राजनीति विज्ञान,समाजशास्त्र एवं सामाजिक कार्य,दर्शनशास्त्र और मनोविज्ञान विभाग के छात्रों की उत्साहपूर्ण भागीदारी देखी गई। संकायाध्यक्ष प्रोफेसर हिमांशु बोड़ाई ने देश के भविष्य को आकार देने में मतदान की परिवर्तनकारी शक्ति पर जोर दिया। उन्होंने युवाओं से मतदान को सिर्फ एक अधिकार के रूप में नहीं, बल्कि शांतिपूर्ण क्रांति के परिवर्तन के लिए निर्णय लेने की प्रक्रिया का हिस्सा बनने के मिशन के रूप में देखने का आग्रह किया।
यह कार्यक्रम युवाओं के बीच सक्रिय चुनावी भागीदारी की संस्कृति को बढ़ावा देने, उन्हें सूचित,स्वतंत्र और सक्रिय नागरिक बनने के लिए प्रोत्साहित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। कार्यक्रम में अर्थशास्त्र,राजनीति विज्ञान,समाजशास्त्र,सामाजिक कार्य,दर्शनशास्त्र और मनोविज्ञान जैसे विभिन्न विषयों के छात्रों की उत्साहपूर्ण भागीदारी देखी गई। संकयाद्याक्षा प्रोफेसर हिमांशु बोड़ाइ के ने देश के भविष्य को आकार देने में मतदान की परिवर्तनकारी शक्ति पर जोर दिया। उन्होंने युवाओं से मतदान को सिर्फ एक अधिकार के रूप में नहीं,बल्कि शांतिपूर्ण क्रांति के परिवर्तन के लिए निर्णय लेने की प्रक्रिया का हिस्सा बनने के मिशन के रूप में देखने का आग्रह किया।
इस कार्यक्रम में युवा छात्रों आकाश रंजन और अमित लखेड़ा जैसे छात्र थे,जिन्होंने व्यक्तिगत और सामाजिक लाभ के लिए मतदान न करते हुए निष्पक्ष और स्व-सूचित मतदान की जोरदार वकालत की। प्रो.किरन डंगवाल,डॉ.हिरण्मय रॉय,डॉ.ठाकुर देव पांडे,डॉ.चंद्र शेखर,डॉ.राकेश नेगी,डॉ.नरेंद्र सिंह चौहान और डॉ.कविता सहित संकाय सदस्यों ने कार्यक्रम में अपने विचार रखे जिन्होंने छात्रों को सामूहिक रूप से अपनी नागरिक जिम्मेदारियों को अपनाने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम का समापन संकाय सदस्य क्षिरिंग डोलकर डोलकर खम्पा द्वारा छात्रों एवं मौजूद सदस्यों को मतदान हेतु प्रतिज्ञा लेने के साथ हुआ हुआ, जो लोकतांत्रिक प्रक्रिया के प्रति छात्रों और संकाय दोनों की प्रतिबद्धता को मजबूत करने वाला एक प्रतीकात्मक संकेत है। उन्होंने “मेरा पहला वोट देश के लिए”अभियान को सार्थक प्रयास बनाने में उनकी जीवंत भागीदारी और योगदान के लिए सभी प्रतिभागियों के प्रति आभार व्यक्त किया।
यह कार्यक्रम युवाओं के बीच सक्रिय चुनावी भागीदारी की संस्कृति को बढ़ावा देने, उन्हें सूचित,स्वतंत्र और सक्रिय नागरिक बनने के लिए प्रोत्साहित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।