* प्रदीप कुमार
कीर्तिनगर/श्रीनगर गढ़वाल। बागवान क्षेत्र वासियों के प्रतिनिधि मंडल द्वारा उप जिलाधिकारी कीर्तिनगर को खनन पट्टे के विरोध में ज्ञापन प्रस्तुत कर ग्रामीण क्षेत्र वासियों के माध्यम से आपको अवगत करना है कि गत दिवस ग्राम पंचायत बागवान (ब्लॉक कीर्तिनगर) के ग्राम वासियों के संज्ञान में आया है की शासन प्रशासन द्वारा बागवान ग्राम पंचायत के अंतर्गत नदी किनारे एक नए खनन पट्टे को एल एंड टी कंपनी को दिया जा रहा है जो कि गलत है और उसका ग्रामीणों द्वारा विरोध किया जा रहा है ग्राम पंचायत बागवान के अंतर्गत नदी किनारे पहले से ही एक खनन पट्टा स्वीकृत है जिस पर वर्तमान में खनन हो रहा है लेकिन शासन प्रशासन द्वारा दूसरे खनन पट्टे को स्वीकृत करवा कर ग्रामीणों की भावनाओं से खिलवाड़ किया जा रहा है ग्राम पंचायत बागवान एवं समस्त क्षेत्रवासी एवं जनप्रतिनिधि नई खनन पट्टे का निम्न कारणो से विरोध करते हैं।
1-पूर्व में यह देखा गया है कि जब-जब नदी किनारे खनन पट्टा स्वीकृत हुआ है तब तब खनन माफियों द्वारा खनन पट्टे की सीमा पर स्थित कृषि भूमि को खुद बुद्ध बुद्ध किया गया है, और किसानों को भारी नुकसान पहुंचा है।
2-पूर्व के खनन पट्टे की सीमा पर स्थित कृषि भूमि की सुरक्षा हेतु सुरक्षा दीवार निर्माण हेतु ग्राम पंचायत द्वारा सिंचाई विभाग कीर्ति नगर को प्रस्ताव दिया गया था जिस पर देवप्रयाग विधायक जी की संस्तुति भी है।
3-कृषि भूमि को बचाने के उद्देश्य से नदी के बहाव से खेतों के कटाव को रोकने तथा भविष्य में खनन से बाढ़ की स्थिति उत्पन्न ना हो इस हेतु ग्राम पंचायत बागवान द्वारा पूर्व में स्वीकृत खनन पट्टे के स्वीकृत क्षेत्र 5.36 हेक्टेयर को हटवा कर इस वर्ग 4.36 हेक्टेयर भूमि किया गया है क्योंकि पहले से ही बागवान की वर्तमान खनन सीमा के पास स्थित भल्ले गांव ग्राम पंचायत के खनन पट्टा वर्तमान में संचालित है इसलिए दूसरे नए खनन पट्टे हेतु खनन का दायरा बढ़ाने के लिए ग्राम पंचायत बागवान कंपनी आपत्ति दर्ज करती है।
4-ग्राम पंचायत बागवान के अंतर्गत दो खनन पट्टे संचालित होने से और अत्यधिक मात्रा खनन होने से भविष्य में ग्राम पंचायत बागवान और आसपास के क्षेत्र में विकास कार्यों हेतु रेल और पत्थर की भारी कमी होगी।
5-ग्राम पंचायत बागवान के अंतर्गत दो खनन पट्टे संचालित होने से और अत्यधिक मात्रा में खनन होने से नदी किनारे स्थित प्राचीन सिद्धपीठ श्री भुवनेश्वरी देवी के मंदिर और पेट के सीमा पर स्थित हनुमान कुंड का अस्तित्व खतरे में पड़ गया साथ ही भविष्य में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होने से खनन पट्टे के पास स्थित आवासियों भावनाओं को भारी नुकसान और जान-माल की हानि का भी खतरा होगा,
आपसे अनुरोध है कि ग्राम पंचायत बागवान एवं समस्त क्षेत्रवासियों की भावनाओं और कृषि भूमि की सुरक्षा दृष्टि सहित भविष्य की तमाम चुनौतियों और संभावनाओं को देखते हुए एल एंड टी को कंपनी को दिया जा रहे उक्त नई खनन पट्टे को निरस्त करने की कृपा कीजिएगा।
ऐसा न होने से ग्रामीण एवं समस्त क्षेत्रवासी शासन-प्रशासन के विरोध में आंदोलन करने को मजबूर होंगे।
प्रतिनिधि मंडल में गणेश भट्ट सामाजिक कार्यकर्ता देवप्रयाग, विक्रम सिंह रावत बागवान, अनुसूया प्रसाद, मीना देवी, अजय भट्ट, सीमा रावत, विजय ,मनीष ,विकास, ज्योति प्रसाद, नितिन सिंह लिंगवाल, भगवान सिंह सतीश सिंह ,भास्कर भट्ट, विकास बिष्ट, सत्य सिंह रावत, प्रवीन रावत, कमलेश लिंगवाल, राजेंद्र, लिंगवाल वीरेंद्र लिंगवाल आदि लोग उपस्थित थे।