* प्रदीप कुमार
जखोली/श्रीनगर गढ़वाल। विकासखण्ड जखोली की ग्राम पंचायत पालाकुराली में राणा परिवार के द्वारा आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के प्रथम दिन ग्रामवासियों ने बड़े हर्षोल्लास के साथ भागवत की शोभायात्रा निकाली ओर वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ सात दिवसीय भागवत कथा का शुभारंभ हो गया है। कथा का शुभारंभ प्रसिद्ध कथावाचक ज्योतिष्पीठ व्यास आचार्य शिव प्रसाद ममगाईं ने कहा कि हमारे चारों ओर का वातावरण राममय होना आवश्यक है,क्योंकि राम जन्मभूमि के आंदोलन में शंकराचार्य सहित 30 साल पहले भी विवेकहीन व बड़ी बर्बरता से राम नाम लेने वालों को तत्कालीक सरकार ने क्रूरता का व्यवहार किया था,इसलिए हमारे आने वाली पीढ़ी को सजग करने के लिए इस प्रकार के धार्मिक अनुष्ठान की आवश्यकता है, जिसके माध्यम से हमारे कथावाचकों को अधिक से अधिक संस्कार धर्म राष्ट्र व बड़ो का आदर समानता से प्रीति करने का आग्रह करता हुं। उन्होंने कहा कि जीवन जीना सजगता के साथ धर्म आस्था,विश्वास ओर आदर इन आदर्शों को साथ लेकर जो चले, वही जीता है जो छोड़े वह जीते हुए भी जीवित नहीं है। कहा कि अन्य धर्मों में पिता और भाई को मारने से भाई की हिंसा करने से सत्तासीन होने की क्रूरता है, जबकि हमारे यहां पिता की आज्ञा व मां की मन की प्रसन्नता के लिए श्रीराम को 14 वर्षों तक वनवास में रहने की स्वीकृति न्याय अन्याय की चर्चा न करते हुए वनों के कष्ट को झेलने की परम्परा व श्री राम के खड़ाऊ को सिर पर रखते हुए प्रेम व भाईचारे की परम्परा हम भारतीयों की रही है। कहा कि अच्छे लोग व अच्छाई करने वालों से जुड़ना भी भक्ति कहलाती है। वहीं कर्तव्य बोध को ध्यान,परिश्रम व मेहनत से कार्य करना जीवन के प्रत्येक क्षण का सद्पयोग करना वैराग्य है,जो माता पिता की न सुने व्यसनों को बढ़ावा दे,वह धुंधकारी है। आचार्य ममगांई ने कहा है कि अपना व अपनों सहित आगे बढ़ने का भाव रखने वाला गौकर्ण कहलाता है। आज विशेष रूप से कलश यात्रा ने सारा वातावरण भक्तिमय कर दिया। इस अवसर पर कृपाल सिंह राणा,किशोर सिंह राणा, डा.गुलाब सिंह राणा,दिनेश राणा, सुमेर सिंह राणा ,आचार्य भानु प्रसाद ममगाईं,आचार्य संदीप बहुगुणा, आचार्य अंकित केमनी,पुष्कर राणा, सेमर सिंह राणा,अनुराग राणा,सते सिंह राणा,महावीर सिंह राणा,किशन सिंह राणा,इन्द्र सिंह राणा,दिगम्बर राणा,प्रधान कमला देवी,सुभाष राणा, वचन सिंह राणा,किशन सिंह राणा, कपूर सिंह राणा,धीरज सिंह कैंतुरा, सुभागा देवी राणा,रोशनी राणा,आचार्य विजेंद्र ममगाईं,आचार्य सुनील शुक्ला, रजनी राणा,सीमा राणा,सावित्री देवी राणा,पूर्णि देवी,क्वांरी देवी,समुद्रा देवी, सुशीला देवी,गंगी देवी,खुशी राणा,आचार्य अंकित ममगाईं ,बाघा शाह,धर्मा शाह आदि भक्तगण उपस्थित रहे।