*भगवान केदारनाथ में पाण्डवों ने शीतकालीन गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मंदिर का भ्रमण किया*

प्रदीप कुमार

ऊखीमठ/श्रीनगर गढ़वाल। तहसील मुख्यालय के निकटवर्ती गाँव पठाली में आयोजित पाण्डव नृत्य के 10 वें दिन पाण्डवों ने तीर्थ भ्रमण के तहत भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर का भ्रमण किया। ‌ वरिष्ठ पत्रकार लक्ष्मण सिंह नेगी ने बताया कि पंच देव पाण्डवों के ओकारेश्वर मन्दिर आगमन पर मन्दिर समिति के अधिकारियों, ग्रामीणों व देश – विदेश के तीर्थ यात्रियों ने पुष्प वर्षा तथा विद्वान आचार्यों ने वेद ऋचाओं से भव्य स्वागत किया। पाण्डव नृत्य में अनेक आध्यात्मिक, पौराणिक व सांस्कृतिक परमात्माओ का निर्वहन किया जा रहा है तथा क्षेत्र का वातावरण भक्तिमय बना हुआ है। बता दे कि तहसील मुख्यालय के निकटवर्ती गाँव पठाली में विगत 23 दिसम्बर से पाण्डव नृत्य का आयोजन किया जा रहा है। सोमवार को पंच देव पाण्डव अस्त्र-शस्त्रों सहित पठाली गाँव से तीर्थ भ्रमण पर निकले तथा किमाणा, भटवाटी गाँव आगमन पर ग्रामीणों ने पुष्प अक्षत्रो से भव्य स्वागत किया। ठीक 12 बजे दोपहर पंच देव पाण्डवों के भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर पहुंचने पर मन्दिर समिति के अधिकारियों, ग्रामीणों व देश – विदेश में श्रद्धालुओं ने पुष्प वर्षा तथा विद्वान आचार्यों ने वेद ऋचाओं से भव्य स्वागत किया। पाण्डवों ने ओकारेश्वर मन्दिर की एक परिक्रमा कर भगवान ओकारेश्वर के दर्शन कर मन्दिर परिसर में विभिन्न तालों पर नृत्य किया जिसका स्थानीय जनता व देश-विदेश के तीर्थ यात्रियों द्वारा दर्शन कर देवभूमि की पौराणिक संस्कृति से रूबरू हुए। पाण्डवों के अस्त्र-शस्त्रों के सभा मण्डप में विराजमान होने पर विद्वान आचार्यों व पाण्डव पश्वाओ द्वारा अनेक पौराणिक आध्यात्मिक परम्पराओं का निर्वहन किया गया। जानकारी देते हुए प्रधान गुड्डी देवी राणा ने बताया कि पाण्डव नृत्य में श्रीकृष्ण, युधिष्ठिर, भीम, अर्जुन, नकुल, सहदेव , द्रोपती, हनुमान सहित अनेक पाण्डव पश्वाओ द्वारा अहम भूमिका निभाई जा रही है। पाण्डव नृत्य कमेटी अध्यक्ष देवेन्द्र राणा ने बताया कि आने वाले दिनों में मोरूदार, गैंडा, पयांडाली, हाथी कौथिग का आयोजन किया जायेगा। सचिव नागेन्द्र राणा ने बताया कि पाण्डव नृत्य के आयोजन से ग्रामीणों में भारी उत्साह बना हुआ है तथा क्षेत्र का वातावरण भक्तिमय बना हुआ है। इस मौके पर मन्दिर समिति कार्यधिकारी आर सी तिवारी, प्रधान पुजारी शिव शंकर लिंग,मुख्य प्रशासनिक अधिकारी राज कुमार नौटियाल, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी यदुवीर पुष्वाण, प्रशासनिक अधिकारी रमेश नेगी, वेदपाठी नवीन मैठाणी , यशोदर मैठाणी,देवी प्रसाद तिवारी, राजीव गैरोला, मृत्युंजय हिरेमठ, क्षेपस विजय लक्ष्मी देवी, कमेटी उपाध्यक्ष प्रदीप त्रिवेदी, सह सचिव विजय त्रिवेदी, मंत्री जगदीश राणा, कोषाध्यक्ष मनवर सिंह नेगी, वन पंचायत सरपंच भरत राणा सहित पाण्डव पश्वा व विभिन्न क्षेत्रों के सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद थे।