*पूर्व मंत्री मोहन सिंह रावत गांववासी के निधन पर आयोजित की शोक सभा

प्रदीप कुमार

श्रीनगर गढ़वाल। हिमालयन साहित्य एवं कला परिषद् श्रीनगर गढ़वाल ने मोहन सिंह रावत गांववासी के निधन पर शोक सभा का आयोजन कर‌ श्रृद्धांजलि अर्पित की। प्रोफेसर संपूर्ण सिंह रावत ने कहा की मोहन सिंह रावत गांववासी ने यथो नाम तथो गुण की कहावत को सच्चे अर्थों में चरितार्थ किया। ग्रामवासी जी आजीवन एक आदर्श कर्म योगी, समर्पित जन सेवक व चरित्रवान समाजसेवी के रूप में सक्रिय रहे। पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष कृष्णानंद मैठाणी ने मोहन सिंह रावत गांववासी के निधन को उत्तराखण्ड राज्य की राजनीति में अपूर्णनीय क्षति बताया। वरिष्ठ रंगकर्मी विमल बहुगुणा ने गांववासी के द्वारा उत्तराखण्ड राज्य की राजनीति को दिए गए अभूतपूर्व योगदान का उल्लेख किया। राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित शिक्षक व साहित्यकार नीरज नैथानी ने मोहन सिंह गांववासी के समर्पण,त्याग,निष्ठा को रेखांकित करते हुए उनकी सैद्धांतिक व मूल्यपरक राजनीति को महत्त्वपूर्ण बताया। गढ़ कवि देवेन्द्र उनियाल ने गांववासी को सच्चा जनसेवक बताते हुए अपनी संवेदना व्यक्त की। इस अवसर पर प्रोफेसर उमा मैठाणी, डॉ.प्रकाश चमोली,जय कृष्ण पैन्यूली,शम्भू प्रसाद भट्ट स्नेहिल,आर.पी.कपरवाण आदि ने कहा कि मोहन सिंह गांववासी राजनीति में नैतिक मूल्यों के सच्चे पैरोकार और धरातल से जुड़े जन नेता थे। उन्होंने गांववासी के निधन को उत्तराखंड के लिए अपूर्णीय क्षति बताते हुए शोक जताया और विनम्र श्रृद्धांजलि अर्पित की।