हर्रावाला। शरीर रचना विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ अवधेश डंगवाल के द्वारा बीएएमएस बैच 2022 के छात्र-छात्राओं की शरीर रचना विभाग के अंतर्गत प्रयोगिक कक्षाओं के अंतर्गत- शवच्छेदन कर्म का प्रारंभ किया गया । शरीर रचना विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ अवधेश डंगवाल ने बताया कि पूर्व में परिसर को डिसेक्शन हेतु शव प्राप्त नहीं हो पा रही था। उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के मुख्य परिसर में परिसर निदेशक प्रोफेसर राधावल्लभ सती जी के अथक प्रयास से शरीर रचना विभाग में वर्षों से अपेक्षित डिसेक्शन कार्यको प्रारंभ करवाया गया है। कैडावर प्राप्ति में आ रही वैधानिक अड़चनो को दूर किया गया । आज एनाटॉमी लैब में प्रोफेसर राधा वल्लभ सती ने शैक्षणिक अधीक्षक डॉ राजीव कुरेले के साथ स्वयं उपस्थित होकर डिसेक्शन प्रारंभ कराया। इस हेतु शिक्षक गण तथा छात्र छात्राओं के द्वारा हर्ष एवं प्रसन्नता व्यक्त की गई। प्रोफेसर राधा वल्लभ सती ने बताया कि शरीर रचना विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर अवधेश डंगवाल के सराहनीय प्रयास से परिसर में प्रयोग कक्षाओं का संपादन प्रारंभ हो सका।