प्रदीप कुमार
ऊखीमठ/श्रीनगर गढ़वाल। जेएसडब्ल्यू फाउंडेशन ने भारत के पवित्र तीर्थस्थलों में से एक ‘केदारनाथ’ को कचरा-मुक्त बनाने में मदद के लिए ‘स्वच्छ केदारनाथ’ परियोजना की शुरुआत की है। रुद्रप्रयाग जिले में प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर क्षेत्र केदारनाथ भारत की प्रसिद्ध ‘चार धाम’ यात्रा का एक हिस्सा है। औसतन, यहां सालाना लगभग 15-20 लाख तीर्थयात्री आते हैं, जिससे प्लास्टिक और अन्य कचरा भारी मात्रा में इकट्ठा हो जाता है। ‘स्वच्छ केदारनाथ’ परियोजना प्लास्टिक कचरे के उचित निपटान को सुनिश्चित करने के लिए जिला प्रशासन, उत्तराखंड सरकार और जेएसडब्ल्यू फाउंडेशन द्वारा शुरू की गई एक संयुक्त पहल है। अनुभूति वेलफेयर फाउंडेशन इस परियोजना के लिए कार्यान्वयन करेगा, और रिसाइकल तकनिकी मदद करेगा। आज केदारनाथ मंदिर के इलाके में आयोजित एक कार्यक्रम में ‘स्वच्छ केदारनाथ’ परियोजना का शुभारंभ हुआ। इसका उद्देश्य प्लास्टिक और अन्य कचरे को रीसाइक्लिंग सुविधाओं तक पहुंचाकर उचित निपटान सुनिश्चित करना है जिससे कचरा मंदाकिनी, वासुकी गंगा सहित अन्य पवित्र नदियों में जाकर न मिले।
शुभारंभ के अवसर पर 10 सफाई मित्रों को सुरक्षा किट वितरित किये गये। गिरीश चंद्र सेक्टर मजिस्ट्रेट केदारनाथ, मनोहर अंजुवाल कानूंगो (राजस्व निरीक्षक)गुप्तकाशी, राज कुमार तिवारी केदार सभा अध्यक्ष, वैखरी विद्वांस अनुभूति वेलफेयर फाउंडेशन, रोहित जोशी रिसाइकल तथा केदारनाथ क्षेत्र के होटल मालिकों और वितरकों ने इस कार्यक्रम में मौजूद रहें।
आभार :- वरिष्ठ पत्रकार लक्ष्मण सिंह नेगी।