सत्यनिष्ठा के साथ कार्य करते हुए राज्य व राष्ट्र के निर्माण में भागीदार बनें–जिलाधिकारी

प्रदीप कुमार

पौड़ी/श्रीनगर गढ़वाल। नवनियुक्त राजस्व उप-निरीक्षकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम के शुभारम्भ अवसर पर जिलाधिकारी डॉ.आशीष चौहान ने जिला मुख्यालय स्थित प्रेक्षागृह में दीप प्रज्जवलित कर एक वर्षीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। उन्होने प्रशिक्षुओं को राजस्व विभाग के कार्याे की बारीकियों के साथ-साथ एक कार्मिक द्वारा जन सेवक रुप में उनके दायित्वों के बारे में जानकारी दी।
एक वर्ष तक चलने वाले इस प्रशिक्षण में 79 राजस्व उप-निरीक्षक प्रशिक्षुओं को प्रथम 03 माह तक व्यवहारिक जबकि 09 माह तक सैद्वांतिक प्रशिक्षण दिया जयेगा। जिलाधिकारी ने प्रशिक्षुओं को सरकारी विभागों व जनता से समन्वय स्थापित करते हुए कार्याे के सम्पादन के तरीकों, जनपद स्तर पर राजस्व ढांचे का टॉप टू बॉटम तक विभिन्न स्तर के अधिकारियों के अधिकार व दायित्वों सहित कलेक्ट्रेट के सभी 44 पटलों के बारे में संपूर्ण जानकारी दी। उन्होने मुख्य प्रशासनिक अधिकारी कलेक्ट्रेट को निर्देश दिये कि वे जिला कर्यालय के पटलवार कार्याे की पीपीटी व बुकलेट तैयार कर प्रशिक्षुओं को सुगम व आसन तरीके से प्रशिक्षण देना सुनिश्चित करें, ताकि प्रशिक्षु अभिलेखीय भाषा की जटिलता को आसानी से समझ सकें। उन्होने प्रशिक्षुओं को सजग व सक्रियता के साथ प्रशिक्षण प्राप्त करते हुए इस जानकारी का उपयोग जनकल्याण के लिए किये जाने की प्रेरणा दी। उन्होने कहा कि वे सत्यनिष्ठा के साथ कार्य करते हुए राज्य व राष्ट्र के निर्माण में भागीदार बनें। साथ ही उन्होने प्रशिक्षुओं के उज्जवल भविष्य की कामना भी की।
इस अवसर पर उपजिलाधिकारी सदर अबरार अहमद, डिप्टी कलेक्टर स्मृता परमार, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी मनोज रावत, सहायक भू-लेख अधिकारी पूरण प्रकाश रावत सहित नवनियुक्त राजस्व उप-निरीक्षक उपस्थित थे।