नई दिल्ली – केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल और सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने संयुक्त राष्ट्र भारत, यूनिसेफ के युवाह और भारत सरकार के युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय द्वारा आयोजित “इम्पैक्ट विद यूथ कॉन्क्लेव” में सम्मोहित करने वाला भाषण दिया। यह सम्मेलन आज चेन्नई में अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित किया गया, जिसका विषय ‘जुनून पैदा करना और बदलाव की अलख जगाना- दक्षिण एशिया के युवाओं के साथ आवाज उठाना और बदलाव लाना’ था।
युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डालते हुए, श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा, “युवा संरक्षक और सबसे बड़े हितधारक हैं। भारत के वैश्विक स्तर पर सबसे युवा देशों में से एक होने के कारण हमारी जिम्मेदारी अद्वितीय है। अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस युवाओं की जबरदस्त शक्ति को रेखांकित करता है- वे हमारे देश के भविष्य को आकार देते हैं और शांति के भविष्य को साझा करते हैं।” उन्होंने सतत विकास के लिए हरित कौशल के महत्व पर जोर देते हुए युवाओं से अपने दृष्टिकोण को साझा करने और जागरूकता पैदा करने का आह्वान किया।
उभरते रोजगार बाजार पर बोलते हुए, श्री ठाकुर ने वैश्विक आख्यानों और सतत विकास लक्ष्यों को प्रभावित करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उदय और युवाओं की सामूहिक जिम्मेदारी पर जोर दिया। उन्होंने हाल की ड्रोन नीति और आत्मनिर्भर भारत के महत्व का उल्लेख करते हुए आज की गतिशील दुनिया में सक्रिय भागीदारी का आग्रह किया। श्री ठाकुर ने युवाओं का आह्वान किया कि वे भारत के राष्ट्र निर्माण के प्रयासों में योगदान देते हुए एक उद्देश्य को अपनाएं और प्राप्त करने योग्य लक्ष्य निर्धारित करें।
सम्मेलन में एनवाईकेएस के महानिदेशक और युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय में संयुक्त सचिव श्री नितेश कुमार मिश्रा, यूनिसेफ की प्रतिनिधि सुश्री सिंथिया मैककैफ्रे और यूनिसेफ में चीफ युवाह श्री धुवारखा श्रीराम भी उपस्थित थे। श्री मिश्रा ने राष्ट्र निर्माण में युवाओं को मजबूत बनाने के लिए मंत्रालय की पहलों पर प्रकाश डाला और युवा मुद्दों को उठाने में अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस के महत्व पर जोर दिया।
सुश्री सिंथिया मैककैफ्रे ने उपस्थित लोगों का स्वागत करते हुए युवाओं के सामने आने वाली चुनौतियों और अवसरों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से संयुक्त राष्ट्र के अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस को मनाए जाने पर जोर दिया। उन्होंने भारत के जनसांख्यिकीय लाभांश की सराहना की और 21वीं सदी के अवसरों के लिए भारतीय युवाओं को कुशल बनाने का आग्रह किया।
“इम्पैक्ट विद यूथ कॉन्क्लेव” ने युवाओं की आवाज को मजबूती देने, बदलाव लाने और दक्षिण एशिया में प्रगति को आगे बढ़ाने के लिए एक मंच के रूप में कार्य किया है। जुनून पैदा करने पर ध्यान केंद्रित करने के साथ, यह सम्मेलन युवा ऊर्जा की भावना का प्रतीक है जो एक उज्ज्वल भविष्य को बढ़ावा देता है।
“इम्पैक्ट विद यूथ कॉन्क्लेव” के बारे में
“इम्पैक्ट विद यूथ कॉन्क्लेव” संयुक्त राष्ट्र भारत, यूनिसेफ में युवाह और युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय, भारत सरकार की भागीदारी वाली पहल है। सम्मेलन का उद्देश्य युवाओं को सशक्त बनाना, उनकी आवाज को मजबूती देना और दक्षिण एशिया में सकारात्मक बदलाव लाना है।
यूनिसेफ में युवाह के बारे में
यूनिसेफ में युवाह युवा लोगों को सशक्त बनाने और बड़े बदलाव लाने के उद्देश्य से उनकी क्षमता का उपयोग करने के लिए समर्पित है। अभिनव कार्यक्रमों और साझेदारी के माध्यम से, युवाह देश भर के युवाओं के लिए एक उज्ज्वल और अधिक समावेशी भविष्य बनाने की दिशा में काम करता है।
अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस
अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस प्रत्येक वर्ष 12 अगस्त को विश्व स्तर पर मनाया जाता है, जो दुनिया के भविष्य को आकार देने में युवाओं के महत्व पर प्रकाश डालता है। यह दिन युवाओं से संबंधित मुद्दों के बारे में जागरूकता का प्रसार करने और विभिन्न क्षेत्रों में युवाओं के योगदान का उत्सव मनाने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करता है।