ग्लोबल मैरीटाइम इंडिया शिखर सम्मेलन, 2023 नई दिल्ली में अक्टूबर 2023 में आयोजित किया जाएगा

श्री सोनोवाल ने 40 से अधिक देशों के राजदूतों और मिशन अधिकारियों के साथ बैठक की, भारत की समुद्री क्षमता पर प्रकाश डाला

नई दिल्ली – 11 अगस्त, 2023 को केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल के निवास पर राजदूत की बैठक में कई अंतर्राष्ट्रीय गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए। 21 राजदूतों, उच्चायुक्तों, उप-उच्चायुक्तों, व्यापार आयुक्तों और 23 अन्य राजनयिकों सहित 40 से अधिक देशों की भागीदारी वाली इस बैठक में नई दिल्ली में अक्टूबर 2023 में आयोजित होने वाले आगामी ग्लोबल मैरीटाइम इंडिया शिखर सम्मेलन, 2023 (जीएमआईएस 2023) में वैश्विक दिलचस्पी का पता चला।

 

राजदूतों की बैठक में अफ्रीका, आसियान और सीआईएस सहित विभिन्न क्षेत्रों की भागीदारी देखी गई। इसमें उपस्थित प्रमुख लोगों में संयुक्त राज्य अमेरिका, अर्जेंटीना, जर्मनी, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, फिनलैंड, नॉर्वे, नीदरलैंड, रूस, मलेशिया, कतर, मालदीव, जॉर्जिया और स्वतंत्र राष्ट्रमंडल (सीआईएस) देशों के राजदूत, उप उच्चायुक्त, प्रभारी और अन्य राजनयिक शामिल थे। इनमें से प्रत्येक समुद्री सहयोग के लिए अपने देश की प्रतिबद्धता का प्रतिनिधित्व कर रहा था।

इसके अलावा, इस कार्यक्रम में केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग राज्य मंत्री श्री श्रीपद नाइक, विदेश राज्य मंत्री डॉ. राजकुमार रंजन सिंह, विदेश राज्य मंत्री श्रीमती मीनाक्षी लेखी और विदेश राज्य मंत्री श्री वी. मुरलीधरन भी शामिल रहे।

श्री सोनोवाल ने अपने संबोधन में समुद्री क्षेत्र में भारत की विशाल क्षमता पर जोर दिया और कहा कि “वैश्वीकरण के इस युग में, समुद्री क्षेत्र आर्थिक विकास के एक प्रमुख मार्ग के रूप में उभरा है, जो सीमाओं के पार वस्तुओं, सेवाओं और विचारों की आवाजाही की सुविधा प्रदान करता है। भारत के बंदरगाहों और जलमार्गों में क्रांतिकारी परिवर्तन हुए हैं, जो वैश्विक स्तर पर व्यापार के सूत्रधार बन गए हैं। हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा शुरू की गई हमारी प्रमुख पहल ‘सागरमाला’ का लक्ष्य हमारे बंदरगाहों को औद्योगिक और रसद गलियारों के साथ एकीकृत करना तथा कनेक्टिविटी और परिचालन दक्षता को और बढ़ाना है।”

केंद्रीय मंत्री ने बंदरगाहों और हार्बर्स के निर्माण और रखरखाव से संबंधित परियोजनाओं के लिए स्वचालित मार्ग के माध्यम से 100 प्रतिशत एफडीआई की भारत की नीति का उल्लेख करते हुए भारत के समुद्री क्षेत्र में निवेश के अवसरों को खोलने पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि पब्लिक प्राइवेट प्राइवेटाइजेशन ने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और वर्तमान में पीपीपी टर्मिनल प्रमुख बंदरगाहों पर लगभग 50 प्रतिशत कार्गो संभाल रहे हैं।

इस अवसर पर केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय में सचिव श्री टी. के. रामचंद्रन ने भारत के समुद्री क्षेत्र की प्रमुख उपलब्धियों पर प्रकाश डाला और आगे निवेश की रूपरेखा के साथ-साथ इसकी क्षमता पर प्रकाश डाला। उन्होंने प्रगति मैदान, नई दिल्ली में 17 से 19 अक्टूबर 2023 तक होने वाले जीएमआईएस, 2023 के बारे में जानकारी दी और स्थायी समुद्री समाधानों के लिए भारत की प्रतिबद्धता पर जोर दिया।

इससे पहले, पिछले महीने मुंबई में ग्लोबल मैरीटाइम इंडिया शिखर सम्मेलन का कर्टेन रेजर पेश किया गया था, जिसने दुनिया भर के समुद्री समुदाय का ध्यान आकर्षित किया था।

ग्लोबल मैरीटाइम इंडिया शिखर सम्मेलन (जीएमआईएस), 2023 के बारे में:

जीएमआईएस, 2023 एक प्रमुख समुद्री क्षेत्र केंद्रित कार्यक्रम है जो अवसरों का पता लगाने, चुनौतियों को समझने और भारत के समुद्री क्षेत्र के भीतर निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए उद्योग के महत्वपूर्ण आंकड़ों को एक साथ लाता है। अपने पिछले संस्करणों की विरासत के मद्देनजर, इस तीसरे संस्करण का उद्देश्य घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय समुद्री हितधारकों एवं निवेशकों के लिए व्यापक संभावनाओं को सामने लाना है। वैश्विक मंच पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराने और भारत के समुद्री उद्योग को सुर्खियों में लाने के लिए तैयार, मैरीटाइम इंडिया शिखर सम्मेलन अब इस साल ‘ग्लोबल’ मैरीटाइम इंडिया शिखर सम्मेलन में बदल गया है। यह शिखर सम्मेलन 17 से 19 अक्टूबर 2023 तक प्रगति मैदान, नई दिल्ली में आयोजित किया जाएगा, जिसमें फिक्की विशेष उद्योग भागीदार होगा।

ग्लोबल मैरीटाइम इंडिया शिखर सम्मेलन, 2023 के बारे में अधिक जानकारी प्राप्‍त करने के लिए, कृपया आधिकारिक वेबसाइट www.maritimeindiasummit.com पर जाएं। इसमें एक पूर्ण एजेंडा और पंजीकरण विवरण शामिल है।