पहली बार श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या से पहुंचेगे श्रीनगर में मंहत प्रजापिता बह्माकुमारी ईश्वरीय विवि श्रीनगर द्वारा किया जायेगा सम्मान समारोह

गबर सिंह भंडारी

श्रीनगर गढ़वाल। प्रजापिता बह्माकुमारी ईश्वरीय विवि श्रीनगर के तत्वावधान में पहली बार श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या से विभिन्न पीठों के पांच मंहत आगामी आठ अगस्त को श्रीनगर पहुंच रहे है। जिनका ईश्वरीय विवि द्वारा सम्मान समारोह आयोजित किया गया। यहीं नहीं अयोध्या नगरी के जाने-माने मंहतों द्वारा आध्यात्मिक और धार्मिक विचारों को सुनने के लिए बड़ी संख्या में लोग जुटेंगे। यह कार्यक्रम श्रीनगर बंधन वैडिंग प्वाइंट में मंगलवार को आयोजित होगा।
राजस्थान माउंटआबू से पहुंचे धार्मिक प्रभाग के संयोजक बीके रामनाथ ने बताया कि प्रजापिता बह्माकुमारी ईश्वरीय विवि देश व विश्व के अन्य संस्थाओं से अलग बुद्धि योग सिखाता है। परमात्मा से ध्यान लगाकर कैसे बुद्धि बल को आगे बढ़ाना है, इसके लिए प्रजापिता बह्माकुमारी ईश्वरी विवि में आकर सीखना होगा। उन्होंने कहा कि प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में धार्मिक सेवा प्रभाग की ओर से आध्यात्म से विश्व का नवनिर्माण विषय पर एक दिवसीय संत समागम कार्यक्रम होगा। जिसमें अयोध्या नगरी से महंत देवेंद्रप्रसादाचार्य महाराज (बड़े सरकार), राम जन्म भूमि के अध्यक्ष महंत जन्मेजय शरण महाराज, जगतगुरु रामदिनेशाचार्य, महंत अवधेश दास महाराज, महंत नागा रामलखन दास मुख्य रूप से रहेगे। कहा कि उक्त कार्यक्रम श्रीनगर गढ़वाल में पहली बार आयोजित होगा। कहा कि बह्माकुमारी ईश्वरीय विवि का उद्देश्य मानव में आध्यात्मिक जागरूकता एवं आत्मविश्वास के द्वारा शांतमय और सुखमय विश्व का नव निर्माण करना है। ईश्वरी विवि के उत्तराखंड प्रभारी बीके मेहर चंद ने आठ अगस्त को श्रीनगर में होने वाले कार्यक्रम में अधिक से अधिक संख्या में लोगों को पहुंचने का आह्वान किया है। कहा कि कार्यक्रम के सफल संचालन हेतु विवि से जुड़े भाई-बहन तैयारियां में जुटे है।