* गबर सिंह भण्डारी
श्रीनगर गढ़वाल। गौसेवा संवर्धन समिति श्रीनगर गढवाल गोवंशो के उपचार करने के लिए हर समय हर पल तत्पर रहती है।
पशु अधिनियम कानून बनने के बाद भी कुछ लोग मूक पशुओं पर अत्याचार करने को बाज नहीं आते हैं लेकिन हैवानियत के साथ-साथ इंसानियत भी जिंदा है।
इसी इंसानियत की मिसाल गौसेवा संवर्धन समिति श्रीनगर गढवाल पशुओं के रक्षक देवदूत बनकर घायल चोटिल गौवंशो का उपचार कराकर गौशाला तक भेजने का प्रबंध भी करती है।
गौसेवा संवर्धन समिति ने शरारती तत्वों के खिलाफ निंदा करते हुए कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने की भी मांग की है।
गौसेवा संवर्धन समिति गौवंशो को अज्ञात वाहनों द्वारा चोटिल होने से बचाने के लिए रिफ्लेक्टर पट्टे भी समय समय पे बाँधती रहती हैं पर कुछ शरारती तत्व उनको भी काटँकर फेंक दिया जाता है बीते कहीं समय से बेसहारा घुमंत पशुओं की उपचार व्यवस्था समिति अपने निस्वार्थ भाव से स्वंय के संस्धानो से करती आ रही है।
कुछ शरारती लोगों के द्वारा और कुछ अज्ञात चौपाया वाहनों के द्वारा गौवंश चोटिल हो जाती हैं जिससे गोवंश को चलने फिरने में परेशानी होती है।
गौसेवा संवर्धन समिति के अध्यक्ष अनुजा जोशी ने कहा कि घायल चौटिल पशु दिखाई देता है या सूचना मिलते ही दर्द से तड़पती गौ माता का तुरंत समय गवायें उनको चिकित्सा सुविधा मुहैया कराती है।
गौ सेवा संवर्धन समिति श्रीनगर शहर से लेकर कीर्तिनगर,खण्डाह, बिलकेदार,चौरास, श्रीकोट एवं निकटवर्ती क्षेत्रों में टीम के सदस्यों को साथ लेकर प्राथमिक उपचार करने पहुंच जाती हैं।
गौ सेवा संवर्धन समिति के प्रयासों से शहर में *”पहली रोटी गाय माता की”* अभियान को गति देने का काम कर रही है गौसेवा संवर्धन समिति अपनी सांस्कृति,परंपरा,संस्कारो को विकसित करने के साथ साथ दया दयालुता के गुणो को भी प्रत्येक व्यक्तित्व को निखारेंना का भी प्रयास कर रही है गौ सेवा संवर्धन समिति निश्चित तौर पर समाज और राष्ट्र के लिये भी अच्छे नागरिक बनाने में प्रयासरत है समिति के सदस्यो में सचिव हिमांशु बहुगुणा,कोषाध्यक्ष सूर्य प्रकाश नौटियाल,उपाध्यक्ष आनंद सिंह भंडारी,विधिक सलाहकार पंकज बहुगुणा,मीडिया प्रभारी राजेंद्र प्रसाद बर्डथवाल के साथ साथ आंचल रावत,दिनेश घड़ियाल,मुकेश कुकरेती,हरीश भारद्वाज,शुभम रागढ़,सूरज रागढ़,अजय कुकरेती,खुशबू रावत,स्कंद पुरी,वंदना गुसाई,प्रकाश रावत आदि सदस्यो की उपलब्धता हर समय रहती है