पूर्व मुख्यमंत्री हेमंती नंदन बहुगुणा के पैतृक गांव बुघाणी में तीन दिवसीय यज्ञ व देवी पूजन कार्यक्रम का आयोजन।

गबर सिंह भंडारी

श्रीनगर गढ़वाल -पूर्व मुख्यमंत्री हेमंती नंदन बहुगुणा के पैतृक गांव बुघाणी में 10 जून से 12 जून तक के तीन दिवसीय यज्ञ देवी पूजन कार्यक्रम का आयोजन बड़ी ही धूमधाम से किया जा रहा है।
“अंबा शांभवी चंद्रमौली अखिला पूर्णा उमा पार्वती काली हेमंती त्रिनयना कात्यानी भैरवी सावित्री नव योवना, शुभकरी साम्राज्य लक्ष्मीप्रदा चित्ररूपी भगवती श्री राजराजेश्वरी”
इस विषय पर हमें पूर्व प्रधानाचार्य अनुसूया प्रसाद उनियाल ने बताया कि मां भगवती गौरा देवी की ससुराल बुघाणी और मायका सुमाड़ी ऐसी पौराणिक मान्यता है।
ऐसा कहा जाता है की प्रत्येक वर्ष जब से बुघाणी गांव बसा है तब से यह देवी पूजा भंडाण हवन यज्ञ प्रतिवर्ष जून माह में होती है।
और पुरानी लोग यह भी बताते हैं कि इस देवी पूजन के पूर्ण होने पर देव आशीर्वाद स्वरुप 3 घंटे से 3 दिन के अंदर वर्षा जरूर होती है इसलिए मां भगवती गाैरा को वर्षा देवी भी कहा जाता है।
उत्तराखंड की परंपरा के अनुसार दिशा ध्याणियों (बहन बेटियों)को देवी पूजा अनुष्ठान पूर्ण होने पर श्रीसंवाद श्रीफल प्रसाद रूप में दीया जाता है।
बुघाणी गांव के पलायन कर चुके निवासी दूरदराज प्रदेशों से इस पूजा में सम्मिलित होने के लिए आए हुए हैं।
देवपुरा में विभिन्न देवी-देवताओं की पूजा की जाती है जैसे मां भगवती गौरा गीत नरसिंह भैरवनाथ नागराजा देवता नगेलू देवता मां भगवती दक्षिण काली मां राजराजेश्वरी आदि श्री देवी देवताओं का ध्यान करते हुए तीन दिवस मंडाण लनाया जाता है।
उत्तराखंड कि इस सांस्कृतिक सामाजिक परंपराओं से उत्तराखंड देवभूमि का पलायन भी रुक सकता है संस्कृति और परंपराओं से उत्तराखंड देवभूमि को बचाया उभारा जा सकता है। प्रधान प्रमोद उनियाल ने कहा की तीन दिवसीय देवी पूजन कार्यक्रम में रात्रि को महिलाएं एवं नव युवकों द्वारा कीर्तन भजन जागरण किया जाता है बुघाणी के ज्यादातर लोग देश विदेशों में रहते हैं लेकिन ऐसे देव पूजन कार्यक्रमों में प्रतिवर्ष अपनी उपस्थिति जरूर देते हैं।
देव पूजन कार्यक्रम में उपस्थित ग्रामवासी एवं क्षेत्रीय वासी काफी संख्या में देव पूजन कार्य में सम्मिलित होकर प्रसाद ग्रहण करते हैं तथा देवी देवताओं का आशीर्वाद सुवचन प्राप्त करते हैं। उपस्थिति ग्रामवासी गिरीश प्रसाद बहुगुणा सुधीर बहुगुणा प्रधान प्रमोद उनियाल कुलदीप बहुगुणा यतेंद्र बहुगुणा मदन मोहन उनियाल रवि राणा जितेंद्र प्रसाद डंगवाल सुभाष बहुगुणा विकास उनियाल राजेंद्र दानू विशाल शर्मा रविचंद्र पंकज बाबू ना जितेंद्र भट्ट शुभम उनियाल मदन मोहन बहुगुणा सुरेंद्र प्रसाद बहुगुणा कैलाश उनियाल अशोक भावना दुर्गा प्रसाद उनियाल आदि लोग इस कार्यक्रम में उपस्थित थे।