गबर सिंह भंडारी
श्रीनगर गढ़वाल – इस साल, सिविल सेवा परीक्षा के परिणाम घोषित होने के बाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, उत्तराखंड के पांच छात्रों का चयन किया गया है।
मीनाक्षी आर्य, बी.टेक कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग, ने ४४४वीं रैंक, देव व्रत जोशी, बी.टेक, सिविल इंजीनियरिंग, 125वीं रैंक, आदित्य दोहर, बी.टेक, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, 834 रैंक, विपिन दुबे, बी.टेक, सिविल इंजीनियरिंग, 708 रैंक और मनिया वर्मा बी.टेक, मैकेनिकल इंजीनियरिंग ने २५८ वीं रैंक हासिल करके संस्थान का नाम रोशन किया है।
संस्थान के निदेशक प्रोफेसर ललित कुमार अवस्थी ने कहा ” प्रतिष्ठित सिविल सेवा परीक्षा में चयन एक बड़ी कामयाबी है। सभी चयनित छात्रों की देश के प्रति जिम्मेदारी और ज्यादा बढ़ गई है। मुझे विश्वास है की सभी चयनित छात्र समस्त चुनौतियों का सामना करने में सक्षम होंगे और भारत देश को सशक्त एवं आत्म-निर्भर राष्ट्र बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देंगे।” उन्होंने कहा ” पूरे एनआईटी परिवार की तरफ से सभी चयनित छात्रों और उनके परिजनों को बहुत बहुत बधाइयाँ। मैं सभी सफल छात्रों के उज्जवल और गौरवशाली भविष्य की कामना करता हूँ। ”
प्रोफेसर अवस्थी ने कहा की संस्थान सभी क्षेत्रों में होनहार छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए हर क्षेत्र में उनको पोषित करता है। और इस तरह वे सिविल सेवा के क्षेत्र में भी अपना योगदान दे रहे हैं। उन्होंने कहा की पहले भी संस्थान के छात्रों का सिविल सेवा में चयन हुआ है परन्तु इस बार के घोषित परिणाम में बड़ी कामयाबी मिली है। प्रोफेसर अवस्थी ने आशा व्यक्त किया की इन छात्रों कि सफलता संस्थान के अन्य छात्रों में को अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए प्रोत्साहित करेगी।
संस्थान के प्रभारी सचिव डॉ धर्मेंद्र त्रिपाठी,ने भी छात्रों के चयन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उन्हें बधाई दी और कहा की दोनों छात्रों ने न केवल एन आई टी उत्तराखंड का नाम रोशन किया अपितु उनकी उपलब्धि ने संस्थान के शिक्षकों को भी गौरवान्वित होने का अवसर दिया है।
इस मौके पर संस्थान के एलुमनी अनुभाग के समन्वयक डॉ महीराज सिंह रावत, इलेक्ट्रिकल, सिविल एवं मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के विभागाध्यक्षों और संस्थान के समस्त संकाय सदस्यों ने भी सभी चयनित छात्रों को बधाई दी और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
एनआईटी, उत्तराखंड के बारे में अपने विचार व्यक्त करते हुए छात्रों ने कहा कि “ एनआईटी उत्तराखंड का शैक्षणिक स्तर भारत के किसी भी अन्य प्रमुख शैक्षणिक संस्थान के बराबर है। यहाँ अध्ययन के दौरान जो भी ज्ञान और कौशल प्राप्त किया, उससे यूपीएससी परीक्षा उत्तीर्ण करने में काफी मदद मिली” चयनित छात्रों ने बताया की एन आई टी में केवल प्रौद्योगिकी के ही बारे में नहीं है बल्कि समस्या समाधान के तरीकों के प्रति एक नजरिया विकसित करने पर जोर दिया जाता है। इस तरह के दृष्टिकोण छात्रों की क्षमता निर्माण में मदद करते हैं और सेवाकाल के दौरान सामने आने वाली समस्याओं को हल करने में भी सहायक होते है।