दिव्यांगों की सेवा सच्ची सेवा और ईश्वर भक्ति से कम नहीं,चंद्रशेखर

रुड़की।राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की दिव्यांगों व समाज के असहाय व्यक्तियों की सेवार्थ सहयोगी संस्था “सक्षम” के राष्ट्रीय संगठन मंत्री चंद्रशेखर जी ने कहा कि सक्षम का उद्देश्य दिव्यांगों को हीनभावना से निकाल कर आत्मनिभर व राष्ट्र की मुख्य धारा से जोड़ना है।उन्होंने कहा कि दिव्यांगों की सेवा ईश्वर की सच्ची भक्ति के समान है।लालकुर्ती मारवाड़ कन्या इंटर कालेज में सक्षम के प्रांतीय पदाधिकारियों व सदस्यों को सम्बोधित करते हुए राष्ट्रीय संगठन मंत्री चंद्रशेखर जी ने कहा कि सक्षम की कार्यशैली केवल मानवीय सेवा तथा समाज के हर वर्ग के दिव्यांग जनों को विभिन्न योजनाओं व कार्यों के माध्यम से सक्षम बनाना है।उन्होंने बताया कि पूरे देश में मूक बधिर जनों,शारीरिक रूप से दिव्यांन्ग,कुष्ठरोगी, दृष्टिबाधित और एसिड अटैक से प्रभावित लोगों की सहायता के साथ साथ किसी न किसी कार्य में दक्ष बना कर उनको ससम्मान आत्मनिभर बनाने के लिए अनेक कार्यक्रम सक्षम द्वारा चलाये जा रहे हैं,जिनसे हजारों की संख्या में लोग लाभांवित हुए है।उन्होंने बताया कि मदुरै में सक्षम की ओर से दिव्यांन्गों के लिए पांच दिवसीय प्रशिक्षण शिविर लगाया गया,जिसमें विभिन्न क्षेत्रों में दिव्यांन्गों को प्रशिक्षित किया गया,इसी प्रकार हैदराबाद में शिक्षित दिव्यांन्गों को सक्षम की ओर से ट्रेनिंग दी गई,जिसके उपरांत छः दिव्यांन्गों को मल्टीनेशनल कंपनियों में नोकरी मिल गयी।चंद्रशेखर जी ने कहा कि बहुत सी इसाई संस्थाएं भारत में सेवा कार्य करती है,जिनका सही लाभ जनता को मिलता है,परन्तु उनकी इस सेवा के पीछे कुछ उद्देश्य यह भी होता है कि लाभार्थियों को इसकी आड़ में इसाई धर्म से भी जोड़ा जाए,परन्तु सक्षम का उद्देश्य केवल मानवीय मूल्यों के अनुरूप सच्ची सेवा और राष्ट्रीय भावना को जागृत करने के साथ साथ समाज के मानसिक पतन को दूर करना है।उन्होंने बताता की सक्षम के माध्यम से जितने भी नेत्र सेवा के कार्य तथा रक्तदान के कार्य किये गए उनमें अधिकांश मुस्लिम भाइयों की सेवा की गई इसलिए सेवा को मानवता सर्वोपरि मान कर ही हम सब कार्य करते है।उन्होंने बताया कि पुणे में सक्षम के समदृष्टि,क्षमता विकास एवं अनुसंधान मण्डल की ओर से आत्मनिभरता कार्यक्रम के साथ दिव्यांन्गों के सामूहिक विवाह का कार्यक्रम भी किया गया।सक्षम उत्तराखंड प्रान्त के अध्यक्ष ललित पंत ने बताया कि उत्तराखंड सक्षम द्वारा मार्च अप्रैल 2021 के हरिद्वार कुम्भ में 48 दिन का नेत्र शिविर का आयोजन किया गया,जिसमें 52206 श्रद्धालुओं के नेत्र परीक्षण किए गए तथा 39354 लोगों को सक्षम की ओर से निःशुल्क चश्मे और दवाइयां दी गईं।उन्होंने बताया कि दो जनवरी 22 को नैनीताल ज़िले के हल्द्वानी में 319 दिव्यांगों को सहायक उपकरण भेंट किये गए।इसी प्रकार उत्तराखंड के हरिद्वार,टिहरी,पौड़ी, देहरादून,ऋषिकेश, कोटद्वार,यमकेश्वर नैनीताल आदि स्थानों पर दिव्यांन्गों को निःशुल्क कम्बल,दवाइयां और उपकरणों की सहायता की गई।हरिद्वार के सक्षम के जिलाध्यक्ष ललित मोहन अग्रवाल ने बताया कि हरिद्वार के जमालपुर में 31 जनवरी 2023 को केंद्रीय योजना के अंतर्गत सक्षम दिव्यांन्ग सेवा केन्द्र का उद्घाटन किया गया,जिसमें दिव्यांन्गों के विभिन्न प्रकार के प्रमाण पत्र,आधार तथा अन्य योजनाओं के सम्बंध में कार्य किए जा रहे हैं।ललित मोहन अग्रवाल ने कहा कि रूडकी लालकुर्ती के मारवाड़ कन्या इंटर कालेज के निकट सक्षम दिव्यांन्ग सेवा केंद्र खोला जाएगा ।
इस अवसर पर सक्षम के प्रांत युवा प्रमुख प्रदीप सैनी,प्रधानाचार्य भारती अग्रवाल,एडवोकेट आशीष पंडित,अफजल मंगलौरी,जिला प्रमुख संदीप अरोरा,सर्वेश गोस्वामी,कुलदीप सिंह, गोरीशंकर खंडेलवाल, जय चंद गोयल,संजय अग्रवाल आदि ने अपने विचार व्यक्त किये।