गबर सिंह भण्डारी श्रीनगर गढ़वाल
श्रीनगर गढ़वाल – कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है और बढ़ते संक्रमण के बीच चिन्ता की खबर यह है कि अस्पतालों में स्टाफ नर्स के 3000 से भी अधिक पद रिक्त चल रहे हैं, साथ ही कोरोना में तैनात कर्मचारी भी इस समय नौकरी से हटा दिये गये हैं और शासन स्तर पर अभी इनकी बहाली की प्रक्रिया गतिमान है। कोरोना की पहली लहर से लेकर दूसरी लहर तक जहां अस्पतालों में भर्ती रोगियों की संख्या सर्वाधिक थी उन रोगियों का प्रबंधन करने हेतु स्टाफ नर्सो की संख्या नही के बराबर थी। प्रदेश के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रो से लेकर जिला चिकित्सालयों एवं मेडिकल कालेज तक में स्टाफ नर्सों की कमी बनी हुयी है, मेडिकल कालेजों में भी 1400के लगभग स्टाफ नर्सो के पद रिक्त चल रहे हैं। सरकार द्वारा नर्सो के पदों को वर्षवार वरिष्ठता के आधार पर भरने का निर्णय लिया गया है साथ ही 1529 पदों पर विज्ञप्ति भी प्रकाशित की गयी है, और 1400से अधिक पदों पर शीघ्र विज्ञप्ति प्रकाशित करने की प्रक्रिया शासन स्तर पर गतिमान है। लगभग 3000के करीब पदों को सौ दिन में भरने की बात स्वास्थ्य मंत्री डाक्टर धन सिंह रावत कर रहे हैं, परन्तु वर्तमान में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुये इन पदों को शीघ्र भरने की आवश्यकता है,ताकि कोरोना के बढ़ते संक्रमण से होने वाली जनहानि को बचाया जा सके। साथ ही भविष्य में बेहतर स्वास्थ्य सवायें पहाड़ की आम जनता को उपलब्ध करायी जा सकें। वर्तमान में मेडिकल कालेजों में कार्यरत स्टाफ नर्से अतिरिक्त डयूटी करके भर्ती रोगियों की देखभाल कर रही हैं इन पर भी कार्य का अतिरिक्त बोझ है, जिस कारण कई बार उन्हें जरूरत के समय अवकाश भी नही दिया जाता है, ऐसे में बढ़ते काम के बोझ को कम करने के लिये आईपीएचएस मानकों के अनुसार शीघ्र ही नर्सो के रिक्त पदों को भरने की आवश्यकता है।