गबर सिंह भण्डारी श्रीनगर गढ़वाल
श्रीनगर गढ़वाल – राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, उत्तराखंड में डॉ०भीमराव अंबेडकर की जयंती को बड़ी धूमधाम से मनाया गया।
इस मौके पर संस्थान के छात्रों, कर्मचारियों और संकाय सदस्यों के बीच रेशम फार्म के निकट स्थित एनआईटी प्ले ग्राउंड में एक सद्भावना क्रिकेट मैच का भी आयोजन किया जिसका उद्घाटन संस्थान के निदेशक प्रोफेसर ललित कुमार अवस्थी ने किया।
उद्घाटन समारोह में प्रोफेसर अवस्थी ने सभी खिलाड़ियों और दर्शको को सम्बोधित करते हुए कहा कि खेल गतिविधियां युवाओ की ऊर्जा को सही दिशा में उपयोग करने और उनके अंदर सामूहिक भावना को आत्मसात करने में मदद करती है। साथ साथ ये युवा पीढ़ी को समाज कि मुख्यधारा में बने रहने में मदद करती है।
इस दौरान प्रोफेसर अवस्थी ने डॉ भीम राव आंबेडकर की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की और सभी को उनके जन्म दिवस की शुभकामनाएं दी और डॉ आंबेडकर के जीवन चरित्र, भारतीय संविधान के निर्माण में उनके योगदान और सामाजिक समानता के लिए उनके द्वारा किये गए कार्यो से भी लोगो को अवगत कराया। प्रोफेसर अवस्थी ने बाबासाहब के वाक्य “किसी भी समाज का उत्थान उस समाज में शिक्षा की प्रगति पर निर्भर करता है” को उद्धृत करते हुए कहा कि शिक्षा व्यक्ति के जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। शिक्षा के माध्यम से व्यक्ति अपनी क्षमता और सामर्थ्य का सर्वोत्तम तरीके से उपयोग करते हुए सफलता के नए मानक स्थापित कर सकता है, और इसका सबसे अच्छा उदाहरण उन्होंने ने कहा कि बाबासाहब का जीवन है। शिक्षा के कारण ही उन्होंने न केवल तत्कालीन समाज की रूढ़िवादी बाधाओं को पार किया बल्कि आगे चलकर उन्हे भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार, भारत रत्न, से भी सम्मानित किया गया।
प्रभारी कुलसचिव डॉ धर्मेंद्र त्रिपाठी ने अम्बेडकर जी कि प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए उन्हें एक दूरदर्शी व्यक्ति बताया और समाज के शोषित वर्गों के लिए किये गए कार्यो के लिए उनकी सराहना की। मौके पर संस्थान के अन्य छात्र , कर्मचारी और संकाय सदस्य उपास्थि थे।