राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान उत्तराखंड के निदेशक प्रोफेसर ललित कुमार अवस्थी छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ-साथ उनके बेहतर भविष्य को लेकर कृत संकल्पित हैं

गबर सिंह भण्डारी श्रीनगर गढ़वाल

श्रीनगर गढ़वाल :- राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, उत्तराखंड के निदेशक प्रोफेसर ललित कुमार अवस्थी ने छात्रों को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा के साथ – साथ उनके बेहतर भविष्य को लेकर कृत संकल्पित है। इसी सन्दर्भ में निदेशक द्वारा करियर निर्माण के विभिन्न क्षेत्रों पर चर्चा करने के लिए संस्थान के सीनियर छात्रों और करियर काउंसलिंग एंड प्लेसमेंट सेल के अधिकारियो के साथ शुक्रवार २४ फ़रवरी को एक इंटरैक्टिव सत्र का आयोजित किया गया।
इस कार्यक्रम के आयोजन के बारे में बात करते हुए प्रोफेसर अवस्थी ने कहा करियर काउंसलिंग एक जीवन पर्यन्त चलने वाली प्रक्रिया है क्योंकि इसमें एक व्यक्ति किसी विशेष और पसंदीदा क्षेत्र का चयन करता है, उसके लिए तैयारी करता है और उसमें निरंतर प्रगति के लिए प्रयासरत रहता है। यह सत्र छात्रों को एक जागरूक करियर विकल्प चुनने में मार्गदर्शन देने के लिए आयोजित किया गया था ताकि एन आई टी उत्तराखंड के प्रत्येक छात्र को नौकरी उन्मुख व्यक्ति के बजाय करियर उन्मुख बनाया जा सके।


सत्र के दौरान चर्चा करते हुए प्रोफेसर अवस्थी ने कहा प्रत्येक व्यक्ति चाहे वह किसी सरकारी संस्था में कार्यरत हो, किसी व्यापारिक प्रतिष्ठान में हो या फिर किसी शैक्षणिक संस्था में अध्ययनरत छात्र ही क्यों न हो, एक सफल कैरियर सभी का लक्ष्य होता है। बेहतर कार्य करने कि दक्षता, दबाव में काम करना और समय सीमा के भीतर कार्यों को अच्छी तरह से करने की क्षमता किसी भी व्यक्ति के करियर की उन्नति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। परन्तु, इन सबके अलावा जीवन कौशल भी करियर की प्रगति में चमत्कारिक भूमिका निभा सकता है। उन्होंने छात्रों से कहा आलोचनाओं की स्वीकारोक्ति, आशावादी दृष्टिकोण, सामंजस्य की क्षमता, आत्मविश्वास, दृढ निश्चय और मृदुभषिता ऐसे जीवन कौशल है जो व्यक्ति के करियर को सवारने के साथ स्थिरता भी प्रदान करते है।
इस दौरान करियर काउंसलिंग एंड प्लेसमेंट सेल के प्रमुख डॉ हरिहरन मुथुसामी ने प्लेसमेंट के लिए संस्थान का दौरा करने वाली विभिन्न औद्योगिक इकाइयों और उनकी आवश्यकताओं और अपेक्षाओं के बारे में छात्रों को विस्तारपूर्वक जानकारी दी साथ साथ प्लेसमेंट में सफलता पाने के लिए आवश्यक स्किल सेट के बारे में छात्रों को बताया। उन्होंने छात्रों से प्लेसमेंट के दौरान आने वाली मनोवैज्ञानिक और अकादमिक कठिनाइयों के बारे में बात की ताकि उन कठिनाइयों को त्वरित दूर करते हुए निदेशक महोदय के शत प्रतिशत इन कैंपस प्लेसमेंट के लक्ष्य को पूरा किया जा सके।
मौके पर डॉ विकास कुकशाल, डॉ प्रशांत तिवारी एवं करियर काउंसलिंग एंड प्लेसमेंट सेल के अन्य कर्मचारी भी उपास्थि थे।