मेडिकल कॉलेज में मनाया गया वर्ल्ड ओरल हेल्थ डे
सरस्वती विद्या मंदिर के छात्र-छात्राओं ने भी सीखे दांतों को स्वस्थ्य रखने के टिप्स
गबर सिंह भण्डारी श्रीनगर गढ़वाल
श्रीनगर गढ़वाल :- राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर में दंत रोग विभाग के तत्वावधान में वर्ल्ड ओरल हेल्थ डे पर जागरूकता हेतु विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन किये गये। जिसमें एमबीबीएस छात्र-छात्राओं के साथ ही सरस्वती विद्या मंदिर के छात्रों को ओरल हेल्थ से संबंधित दांतों की सफाई एवम दांतों से जुड़ी बीमारियों और उनसे बचाव के संबंध में विस्तार से जानकारी दी।
कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सीएमएस रावत ने कहा कि दांतों एवं मुंह से संबंधित बीमारियों का सही समय पर बचाव एवं इलाज जरूरी है। उन्होंने कहा कि पूरे दुनिया में साढ़े तीन अरब से अधिक लोग मुख व दांतों से संबन्धित बीमारियों से ग्रसित है। जिसका मुख्य कारण खान-पान एवं दांतों की नियमित सफाई ना होना है। दांतों का ब्रश कौन सा प्रयोग करना है साफ्ट, मीडियम या हार्ड, यह जानना भी अत्यंत जरूरी है। डॉ. रावत ने कहा कि मुंह के रास्ते मानव के 700 तरह के बैक्टीरिया प्रवेश करते है।
क्योंकि मुंह बाहरी वातावरण के सीधे सम्पर्क में रहता है। इसलिए संक्रमण का प्रथम रास्ता मुंह से ही शुरू होता है। इसके लिए बहुत जरूरी है कि सुबह उठने के बाद और रात को सोने से पहले दांतों की ब्रश से सफाई जरूर करनी चाहिए। साथ ही हर भोजन खाने के बाद व नियमित अन्तराल पर गुनगुने पानी से मुंह को जरूर कुल्ला करते रहना चाहिए। इसके साथ ही भोजन पौष्टिक गुणों से युक्त होना जरूरी है। कहा कि मड़वे की एक भी रोटी खाने में शामिल करे तो दांतों में कैल्शियम की 50 प्रतिशत पूर्ति इसी से हो जायेगी। प्राचार्य ने सरस्वती विद्या मंदिर से पहुंचे स्कूली बच्चों को भी दांतों की सुरक्षा हेतु विशेष टिप्स दिये। इस मौके पर दंत रोग विभाग के एचओडी डॉ. अरूण गोयल ने कहा कि हमें अपने दांतों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। सांसों में यदि बदबू आ रही हो, जीभ सफेद है, जीभ पर किसी तरह के छाले हैं, मसूड़ों से खून निकलता हो, दांतों में दर्द व सड़न हो तो तुरंत दंत चिकित्सक को दिखाना चाहिए। मुंह में होने वाले विभिन्न परेशानियां मुंह के कैंसर का कारण बन सकती हैं, इसलिए दांतों में होने वाले रोगों से बचने के लिए हमे अधिक चीनी वाले पदार्थों कम से कम सेवन से बचना चाहिए,इसके साथ ही शराब, पान मसाला, तंबाकू, अधिक ठंडे व अधिक गर्म पेय पदार्थ से बचना चाहिए, दिन में दो बार ब्रश करने के साथ भोजन में डेरी प्रोडक्ट, ड्रायफ्रूट्स को शामिल करना चाहिए। दांतों में किसी भी तरह की कोई समस्या न हो तो तुरंत चिकित्सक को दिखाना चाहिए। कार्यक्रम में कम्युनिटी मेडिसिन विभाग के डॉ. सुरेन्द्र सिंह नेगी ने दंत रोग सम्बन्धित राष्ट्रीय कार्यक्रम की जानकारी साझा की। जबकि डॉ. पूजा शर्मा ने बैक्टीरिया के प्रवेश से दांतों के नुकसान के बारे में जानकारी दी। इस मौके पर मेडिकल कॉलेज के एम.बी.बी.एस. छात्र-छात्राओं के बीच पोस्टर प्रतियोगिता आयोजित हुई। जिसमें एमबीबीएस ग्रुप चौथे ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। वहीं सरस्वती विद्या मंदिर के छात्र-छात्राओं को मेडिकल कॉलेज के एनाटॉमी, फॉरेंसिक विभाग व कम्यूनिटी मेडिसिन विभाग का भ्रमण कराकर चिकित्सा स्वास्थ्य व शिक्षा से संबंधी जानकारी दी गई।