हल्द्वानी,मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हल्द्वानी में 35 करोड़ 58 लाख रुपए की लागत के नगर निगम हल्द्वानी-काठगोदाम सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, क्षमता 28 एमएलडी और 3 करोड़ रुपए की लागत के लिगेसी वेस्ट प्रोसेसिंग प्लांट की योजनाओं का लोकार्पण किया।
इस दौरान उन्होंने पर्यटन एवं वन्यजीवों की पहचान के लिए बनने वाले अंतर्राष्ट्रीय चिड़ियाघर के लिए आवश्यकतानुसार धनराशि स्वीकृत करने के साथ ही हल्द्वानी में नशा मुक्ति केन्द्र खोलने और सुशीला तिवारी चिकित्सालय में आधुनिक कैथलैब स्थापना की भी घोषणा की। मुख्यंमत्री ने गौलापार क्षतिग्रस्त नहर के जीर्णोद्धार, लालकुआँ विधानसभा क्षेत्र में विद्युत पोल, नई लाइनों एव ट्रांसफार्मरों आदि के लिए धनराशि स्वीकृत करने समेत लालकुआँ बंगाली कॉलोनी एवं हाथीखाना हेतु पेयजल एवं विद्युत हेतु डीपीआर बनाने के साथ ही धनराशि स्वीकृत करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा शुरू की गई ‘नमामि गंगे’ की कल्पना धरातल पर साकार हो रही है। गंगा नदी के साथ ही प्रदेश की सभी नदियों को प्रदूषण मुक्त बनाने और नदियों को पुनर्जीवित करने के लिए योजना प्रारम्भ की गई है। उन्होंने कहा कि सरकार गंगा सहित सभी नदियों को निर्मल एवं स्वच्छ बनाने का कार्य कर रही है। प्रदेश में गंगा नदी के साथ ही सहायक नदियों को दूषित करने वाले 132 नालों में सीवरेज प्लांट स्थापित कर दिये हैं तथा 11 सीवरेज प्लांटों पर निर्माण गतिमान है। गंगा नदी को स्वच्छ एवं निर्मल बनाने के लिए ‘नमामि गंगे’ के तहत अभियान चलाकर कार्य किया जा रहा है। सरकार का संकल्प उत्तराखण्ड की सीमाओं के अन्तिम छोर तक गंगा जल को पीने योग्य एवं उच्चकोटि का बनाने का है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा हल्द्वानी शहर की अवस्थापना सुविधाओं के विकास के लिए 22 सौ करोड़ रुपए की धनराशि दी गई है। जल्द ही हल्द्वानी शहर स्मार्ट सिटी का मूर्त रूप लेगा। कार्यक्रम को मेयर डॉ. जोगेन्द्र पाल सिह रौतेला, विधायक डॉ. मोहन सिंह बिष्ट तथा जिलाध्यक्ष भाजपा श्री प्रताप बिष्ट द्वारा भी सम्बोधन किया गया। इस अवसर पर विधायक श्री राम सिंह कैडा, श्री दीवान सिंह बिष्ट, अध्यक्ष जिला पंचायत श्री बेला तोलिया, आयुक्त श्री दीपक रावत, आईजी श्री नीलेश आनन्द भरणे, जिलाधिकारी श्री धीराज सिंह गर्ब्याल, एसएसपी श्री पंकज भटट, नगर आयुक्त श्री पंकज उपाध्याय भी मौजूद रहे।