देहरादून : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह सर कार्यवाहक डॉ. कृष्ण गोपाल जी ने विश्व संवाद केंद्र द्वारा प्रकाशित पत्रिका हिमालय हुंकार के विशेषांक का विमोचन किया। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह सर कार्यवाहक डॉ. कृष्ण गोपाल जी ने कहा कि ये पत्रिका भविष्य में उत्तराखंड के नागरिकों के बीच संवाद का माध्यम बने। डॉ. कृष्ण गोपाल ने कहा कि उत्तराखंड के लोग जो दुनियां के हर कोने में रह रहे हैं, उन्हें हमें प्रेरित करना चाहिए कि वे अपने मित्रों, रिश्तेदारों के समूह बनाकर अपने मूल निवास या गांव के विकास के लिए अपना योगदान करें।उन्होंने कहा कि बहुत से ऐसे सरकारी सेवा से जुड़े लोगों ने इनमें डॉक्टर्स, इंजीनियर्स, कारोबारी भी हैं, जिन्होंने ऐसा करना शुरू भी किया है। इससे उनका जुड़ाव भी अपने पहाड़ से रहता है, और एक आत्म संतुष्टि का भाव भी रहता है। उन्होंने कहा कि बहुत से देश पहाड़ों में ही बसे हुए हैं, उन्होंने वहां सुविधाएं जुटाईं हैं और पर्यटन कमाई कर रहे हैं। हमारे यहां पर्यटन और तीर्थाटन दोनों हैं। हम बहुत कुछ कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड हॉर्टिकल्चर का हब बन सकता है हॉर्टिकल्चर आधारित उद्योग की बहुत संभावनाएं हैं, 10 से 15 किलोमीटर की दूरी पर छोटे-छोटे उद्योग शुरू किए जा सकते हैं ,जिससे रोजगार के लिए पलायन कर अन्य प्रदेश में ना जाना पड़े,
दुनिया में कई ऐसे देश है जो पहाड़ पर बसे हैं लेकिन वहां बस दुर्घटनाओं के समाचार सुनने को नहीं मिलते हैं , हमारे देश में भी शिलांग और कोहिमा जैसे शहर है जो पहाड़ पर बसे हैं और वहां से बस दुर्घटनाओं नहीं होतीहै, यदि दुर्घटनाएं होती है तो वहां राहत कार्यों के लिए संसाधन बहुत अच्छे होने चाहिए ,चिकित्सा सुविधाएं बहुत जल्दी ही मिलनी चाहिए , ऐसी नीति योजनाएं बननी चाहिए इस पर हमें विचार करना चाहिए,
डॉ. कृष्ण गोपाल ने कहा कि राज्य के विकास के लिए हिमालय हुंकार पत्रिका एक संवाद का माध्यम बने, जो उत्तराखंड में लोग रहते हैं उनकी उपलब्धियां उनकी समस्याएं दोनों को राज्य के प्रवासियों तक पहुंचाने का काम शुरू किया जाना चाहिए। इस अवसर पर विश्व संवाद केंद्र के अध्यक्ष सुरेन्द्र मित्तल, पत्रिका के संपादक रणजीत सिंह ज्याला, क्षेत्र प्रचारक महेंद्र जी, क्षेत्र प्रचारक प्रमुख जगदीश जी, प्रांत सह प्रचार प्रमुख संजय जी बलदेव जी, हिमांशु जी आदि गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे,