ब्रिटेन के नये प्रधानमंत्री ऋषि सुनक को बधाई दी
भारतीय संस्कृति वसुधैवकुटुम्बकम् की संस्कृति
स्वामी चिदानन्द सरस्वती
ऋषिकेश, । परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने ब्रिटेन के नये प्रधानमंत्री ऋषि सुनक को बधाई देते हुये कहा कि भारतीय संस्कृति का असर पूरी दुनिया पर दिखने लगा है। स्वामी जी ने कहा कि भारतीय मूल के लोग अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, सिंगापुर, आस्टेªलिया, सूरीनाम, माॅरीशस समेत कई अफ्रीकी और एशियाई मुल्कों में उच्चपदों पर प्रतिष्ठित हैं। विभिन्न देशों के उच्चपदों पर रहने वाले अनेकों नेताओं की जडं़े और मूल भारत से जुड़ा हुआ है।
स्वामी जी ने कहा कि भारतीय संस्कृति वसुधैवकुटुम्बकम् की संस्कृति है; सर्वे भवन्तु सुखिनः की संस्कृति है। भारतीय संस्कृति पूरे विश्व को एक परिवार मानती है और उसका असर पूरे विश्व में दिखायी दे रहा है।
ऋषि का परिवार ईस्ट अफ्रीका से आकर साउथैंप्टन में बसा है और भारतीय संस्कारों और संस्कारों से उनका गहरा नाता रहा है, उसकी छाप हम ऋषि सुनक पर देख सकते हैं। वे अपने काल में ऐतिहासिक निर्णय लेंगे और विलक्षण प्रधानमंत्री साबित होंगे। स्वामी जी ने कहा कि भारतवंशी ऋषि सुनक ने ब्रिटेन का प्रधानमंत्री बनकर इतिहास रच दिया है। वे भारतीय मूल के पहले ऐसे व्यक्तित्व हैं जो ब्रिटेन के पीएम पद तक पहुंचे हैं।
स्वामी जी ने कहा कि प्राचीन काल से ही भारत की अद्भुत संस्कृति रही है, भारतीय संस्कृति सहिष्णुता की संस्कृति है। भारत में वेद आधारित संस्कृति रही है अनेक संस्कृतियाँ काल के गाल में समा गई वहां भारतीय संस्कृति सहिष्णुता, उदारता और गृहणशीलता के कारण आज भी अपनी विविधता, निरन्तरता और विलक्षणता को संरक्षित किये हुए है जीवंत बनी हुयी है।
भारतीय संस्कृति वसुधैवकुटुम्बकम् की संस्कृति
स्वामी चिदानन्द सरस्वती
ऋषिकेश, । परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने ब्रिटेन के नये प्रधानमंत्री ऋषि सुनक को बधाई देते हुये कहा कि भारतीय संस्कृति का असर पूरी दुनिया पर दिखने लगा है। स्वामी जी ने कहा कि भारतीय मूल के लोग अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, सिंगापुर, आस्टेªलिया, सूरीनाम, माॅरीशस समेत कई अफ्रीकी और एशियाई मुल्कों में उच्चपदों पर प्रतिष्ठित हैं। विभिन्न देशों के उच्चपदों पर रहने वाले अनेकों नेताओं की जडं़े और मूल भारत से जुड़ा हुआ है।
स्वामी जी ने कहा कि भारतीय संस्कृति वसुधैवकुटुम्बकम् की संस्कृति है; सर्वे भवन्तु सुखिनः की संस्कृति है। भारतीय संस्कृति पूरे विश्व को एक परिवार मानती है और उसका असर पूरे विश्व में दिखायी दे रहा है।
ऋषि का परिवार ईस्ट अफ्रीका से आकर साउथैंप्टन में बसा है और भारतीय संस्कारों और संस्कारों से उनका गहरा नाता रहा है, उसकी छाप हम ऋषि सुनक पर देख सकते हैं। वे अपने काल में ऐतिहासिक निर्णय लेंगे और विलक्षण प्रधानमंत्री साबित होंगे। स्वामी जी ने कहा कि भारतवंशी ऋषि सुनक ने ब्रिटेन का प्रधानमंत्री बनकर इतिहास रच दिया है। वे भारतीय मूल के पहले ऐसे व्यक्तित्व हैं जो ब्रिटेन के पीएम पद तक पहुंचे हैं।
स्वामी जी ने कहा कि प्राचीन काल से ही भारत की अद्भुत संस्कृति रही है, भारतीय संस्कृति सहिष्णुता की संस्कृति है। भारत में वेद आधारित संस्कृति रही है अनेक संस्कृतियाँ काल के गाल में समा गई वहां भारतीय संस्कृति सहिष्णुता, उदारता और गृहणशीलता के कारण आज भी अपनी विविधता, निरन्तरता और विलक्षणता को संरक्षित किये हुए है जीवंत बनी हुयी है।