देहरादून, कैबिनेट मंत्री चंदन रामदास ने विधानसभा स्थित कक्ष में विभागीय अधिकारियों के साथ लघु एवं सूक्ष्म मध्यम उद्यम एवं खादी एवं ग्रामोद्योग विभाग की समीक्षा बैठक की।।
एम0एस0एम0ई और खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड उत्तराखण्ड प्रदेश के युवाओं को रोजगार प्रदान करने में एक महत्वपूर्ण उपक्रम है।
स्थानीय उत्पादों को एम0एस0एम0ई के माध्यम से बढ़ावा देने हेतु बेहतर कार्ययोजना बनानी होगी, जिससे शहरी क्षेत्र के साथ-साथ पर्वतीय क्षेत्रों में भी स्थानीय स्वरोजगार को बढ़ावा मिलेगा तथा पलायन को रोकने में सहायता मिलेगी। कृषि आधारित उद्योगों को प्रोत्साहन देने हेतु कार्ययोजना बनाने तथा कृषि से जुड़े उत्पादों द्वारा भी स्वरोजगार बढ़ाने हेतु इस दिशा में आवश्यक कदम उठाने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया।
हमें अधिक से अधिक युवाओं को पीएम स्वरोजगार योजना एवं सीएम स्वरोजगार योजना से जोड़ने का प्रयास करना होगा, पर्वतीय क्षेत्रों में फलों पर आधारित उपक्रमों को लगाने हेतु कार्ययोजना बनानी होगी और उद्योगों का विस्तार पर्वतीय क्षेत्रों में करने की दिशा में कार्य करना होगा।
खादी को बढ़वा देने के लिए एनएमसी द्वारा वितरित चरखों को सौर ऊर्जा आधारित बनाने हेतु प्रयासरत हैं। भविष्य में हम बुनकर/काश्तकारों की संख्या बढ़ाकर स्वरोजगार के क्षेत्र में अवसर पैदा कर रहे हैं।
राज्य में जल्द ही एमएसएमई के क्षेत्र में लगभग 2000 करोड़ का निवेश प्रस्तावित किया जा रहा है, प्रदेश में स्थानीय उत्पादों के साथ-साथ कीवी, मशरूम जैसे उत्पादों हेतु 112 ग्रोथ सेंटर स्थापित किये गये हैं।
हम जी0आई प्रोडक्ट के माध्यम से खादी उत्पादों को देशभर में अग्रसर करने का काम कर, प्रधानमंत्री जी के मूल मंत्र “खादी फ़ॉर नेशन, खादी फ़ॉर फैशन“ को साकार करते हुए इस मूल धारणा को स्वरोजगार परख बनाने की दिशा में राज्य सरकार दृढ़संकल्पित है।