देहरादून,सहसपुर विधायक सहदेव सिंह पुंडीर ने अपने कैंप कार्यालय सुद्धोवाला में क्षेत्र के पशुओं में फैल रही लंपी बीमारी को लेकर पशुपालन विभाग के अधिकारियों व धान व मक्का की फसल में हो रही बीमारियों के संबंध में कृषि विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की।
बैठक में एसडीएम, विधानसभा सहसपुर के विभिन्न ग्रामों से ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य, जनप्रतिनिधि, पशुपालक एवं किसान भी मौजूद रहें।
बैठक में पशुपालन विभाग के अधिकारियों द्वारा वर्तमान में क्षेत्र के गाय भैंसों में प्रसारित लंपी रोग के उपचार के संबंध में उपस्थित जनों को जानकारी दी गई। अधिकारियों ने बताया लंपी स्किन डिजीज एक वायरल बीमारी होती है। यह गाय-भैंसों में होती है। लम्पी में शरीर पर गांठें बनने लगती हैं। सिर, गर्दन, और जननांगों के आसपास ये गांठे होती हैं। धीरे-धीरे ये गांठे बड़ी होने लगती हैं और घाव बन जाता है। वायरस मच्छरों और मक्खियों जैसे खून चूसने वाले कीड़ों से आसानी से फैलता है। ये दूषित पानी, लार और चारे के माध्यम से भी फैलता है। कमजोर इम्यूनिटी वाले पशुओं को वायरस ज्यादा प्रभावित करता है।
अधिकारियों ने बताया लंपी बीमारी के उपचार हेतु विधानसभा के विभिन्न क्षेत्रों में वैक्सीनेशन का कार्य तो चल ही रहा है साथ ही कुछ देसी और आयुर्वेदिक उपायों के माध्यम से भी लंपी रोग से संक्रमित हुई गायों और भैंसों ठीक किया जा सकता है। अधिकारियो ने बताया कि कुछ ग्रामवासियों के द्वारा उन्हें जानकारी दी गई है की फिटकरी के पानी से पशु को स्नान कराने व नीम की पत्तियों से धुंआ करने का तरीका भी आजमाया है जिससे गायों के स्वास्थ्य में सुधार देखने को मिला हैं। वही जिन पशुओं को लगातार पौषित्क आहार मिलता है उनकी इम्यूनिटी शक्ति अधिक होने के कारण वायरस उन्हे प्रभावित नहीं कर रहा है। इसलिए पशुओं को पौष्टिक आहार समय समय पर देते रहें।
विधायक ने इस दौरान सभी पशुपालन अधिकारियो व चिकित्सकों को क्षेत्र में सक्रिय रहने के लिए कहा और लंपि के उपचार में प्रयोग होने वाली आवश्यक दवाइयां प्रभावित पशुपालकों को समय समय पर उपलब्ध कराने व लगातार उनसे संपर्क बनाए रखने के लिए भी कहा, ताकि उक्त वायरस की उचित रोकथाम की जा सके और पशुओं को मृत्यु को भी रोका जा सके। वही मोबाइल वाहन के माध्यम से प्रभावित क्षेत्रों में वैक्सीनेशन व आवश्यक जांच करने हेतु भी विधायक ने अधिकारियों को निर्देश दिए। आवारा पशुओं को भी दवाई देने के लिए विधायक व अधिकारियों ने जनप्रतिनिधियों से अनुरोध किया ताकि उनके द्वारा उक्त बीमारी का और अधिक प्रसार न हो।
इसके अलावा मौजूद जनप्रतिनिधियों में से कुछ के द्वारा नयागांव पेलियो, आदूवाला आदि क्षेत्रों में पशु चिकित्सक की कमी को लेकर भी विधायक व अधिकारियो से शिकायत की। जिसका संज्ञान लेते हुए विधायक ने मुख्य पशुधन चिकित्सा अधिकारी को चिकित्सकों की नियुक्ति हेतु तत्काल आवश्यक आवश्यक कार्यवाही करने के लिए निर्देशित किया व जनप्रतिनिधियों को आश्वस्त किया कि वे स्वयं भी इस संबंध में पशुपालन मंत्री से बात करेंगे।
वही इस दौरान कृषि विभाग के अधिकारियों ने भी धान व मक्के की फसल में होने वाले रोगों, उनके उपचार व उपाय के बारे में जानकारी दी। मौजूद किसानों व जनप्रतिनिधियों ने आवश्यक सवाल व सुझाव भी अधिकारियों समझ प्रस्तुत किए, जिनके द्वारा बताया गया की धान की फसल में बौनापन व बाली का पीला पड़कर टूट जाने जैसे समस्याएं उनके समक्ष आ रही है जिससे फसल को नुकसान हो रहा है। जिसके बाद अधिकारियों के द्वारा इस हेतु आवश्यक खाद व उपायों के संबध में सभी को जानकारी दी गई।
बैठक में एसडीएम विनोद कुमार, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. विद्यासागर कापड़ी, मुख्य कृषि अधिकारी लतिका सिंह, सह निदेशक कृषि संस्था विज्ञान ढकरानी डॉ. संजय कुमार राठी, पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. हरेंद्र कुमार शर्मा, डॉ. दिव्य नेगी, डॉ. साजिद अली, व अन्य फील्ड अधिकारी/कर्मचारी समेत विभिन्न पंचायतों के ग्राम प्रधान, BDC, जनप्रतिनिधि, पशुपालक व किसान मौजूद रहें।