रूद्रपुर , मंत्री कृषि एवं कृषक कल्याण, सैनिक कल्याण एवं ग्राम्य विकास विभाग उत्तराखण्ड व जनपद प्रभारी मंत्री श्री गणेश जोशी की अध्यक्षता में एपीजे अब्दुल कलाम सभागार, कलेक्ट्रेट परिसर में जिला योजना समिति की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में समिति द्वारा जिला योजनान्तर्गत 54.44 करोड़ रूपये की धनराशि का विभागवार अनुमोदन किया। बैठक का शुभांरभ जनपद प्रभारी मंत्री श्री गणेश जोशी ने दीप जलाकर किया।
बैठक में जनपद प्रभारी मंत्री गणेश जोशी ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि समिति सदस्यों के प्रस्ताव जिला योजना में शामिल किये जाये। उन्होंने जिला योजना समिति के सदस्यों को प्राथमिकता के आधार पर अपने-अपने प्रस्ताव जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी को उपलब्ध कराने को कहा ताकि प्राथमिकता के आधार पर उनके प्रस्ताव जिला योजना में शामिल किये जा सकें।उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि सभी विभाग अनुमोदित परिव्यय के सापेक्ष ही योजनाओं का चयन करना सुनिश्चित करें। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि कम खर्च पर अधिक से अधिक जनता को लाभांवित करने वाली योजनाओं को जिला योजना में शामिल किया जाये। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि ऐंसी बड़ी योजनाओं को जिला योजना में न रखा जाये, जिनके लिए अन्य योजनाओं से बजट आवंटन की व्यवस्था हो सके।
उन्होंने कृषि विभाग का बजट अनुमोदन के दौरान मुख्य कृषि अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि समर पेडी (धान की तीसरी फसल) उत्पादन पर रोक लगाई जाये और इसके स्थान पर मक्का आदि की खेती को प्रोत्साहित किया जाये। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि बाजार (इण्डस्ट्रीज़) में मक्का की पर्याप्त मांग होने व किसानों को मक्का की खेती से अधिक लाभ होने एवं मक्का की खेती में फर्टीलाइजर, पेस्टीसाइड्स का बहुत कम उपयोग होने के कारण मक्का की खेती को जनपद में प्रोत्साहित किया जाये। उन्होंने जनपद में मक्का की खेती करने वाले किसानों का सम्बन्धित उद्योगों के साथ लिंकेज कराने के निर्देश मुख्य कृषि अधिकारी को दिये। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि समर पेडी के स्थान पर अन्य विकल्पों को भी खोजा जाये। उन्होंने गन्ना विकास विभाग के अधिकारियों को जनपद में गन्ने की खेती को बढ़ावा देने के निर्देश दिये ताकि जनपद में पेस्टीसाइड्स का कम से कम उपयोग हो सके। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि जनपद में फर्टीलाइजर वएं पेस्टीसाइड्स का उपयोग कम किया जाये ताकि भूमि की ऊर्वरा शक्ति बनी रहे और भूमि का बंजर होने से बचा जा सके। उन्होंने जनपद में मौसम के अनुकूल फलों की नई-नई प्रजातियों के उद्यान विकसित कराने के निर्देश मुख्य उद्यान अधिकारी को दिये। उन्होंने बैकयार्ड तथा कुक्कुट पालन पर विशेष ध्यान केन्द्रित करते हुए कार्य करने के निर्देश मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को दिये।
उन्होंने जल संस्थान एवं पेयजल निगम के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि जल जीवन मिशन के अन्तर्गत कार्यों में तेजी लाकर पूरा किया जाये। यदि किसी स्थान पर बोरवेल लगाने में सफलता नहीं मिल पाती है तो उसके स्थान पर नये स्थान चिन्हित कर बोरवेल लगाये जाये। उन्होंने समिति सदस्यों एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा रखी गई समस्याओं पर भी पूरी संजीदगी से कार्य करते हुए समाधान करने के निर्देश दिये।
बैठक में विधायक शिव अरोरा, गोपाल सिंह राणा ने भी विभिन्न समस्याओं के बारे में अवगत कराते हुए महत्वपूर्ण सुझाव दिये। जिलाधिकारी युगल किशोर पन्त ने कहा कि बैठक में दिये गये दिशा-निर्देशों का सम्बन्धित अधिकारियों से शतप्रतिशत अनुपालन कराया जायेगा। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी विशाल मिश्रा ने जनपद की सामाजिक, आर्थिक एवं भौगोलिक स्थिति के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
इस अवसर पर विधायक शिव अरोरा, गोपाल सिंह राणा, जिला पंचायत अध्यक्ष रेनु गंगवार, मेयर रामपाल सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मंजूनाथ टीसी, मुख्य विकास अधिकारी विशाल मिश्रा, पीडी हिमांशु जोशी, जिला विकास अधिकारी तारा हयांकी, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 सुनिता चुफाल रतूड़ी, मुख्य कृषि अधिकारी एके वर्मा, डीएसटीओ नफील जीमल, मुख्य शिक्षा अधिकारी आरसी आर्या, मुख्य पशुचिकित्साधिकारी डॉ0 एसबी पाण्डे, डीपीआरओ आरसी त्रिपाठी, डीपीओ उदय प्रताप सिंह, जिला पंचायत सदस्य चन्द्र शेखर मुडेला, अमर शंकर यादव, श्रीमति अनिमा, उदय सिंह, आसमा बेगम, कुलदीप कौर, ब्लॉक प्रमुख अर्जुन कश्यप, पूनम रानी, रंजीत सिंह, सभासद अनिल कुमार, दीपक काण्डपाल सहित समस्त जनपद स्तरीय अधिकारी एवं जिला योजना समिति के सदस्यगण उपस्थित थे।