हल्द्वानी। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने आज कई जगहों पर आपरेशन समझौते को सफल बनाने में सफलता हासिल की है। सुबह बागेश्वर के कपकोट में शेर सिंह गड़िया को मनाने के लिए मुख्यमंत्री को सिर्फ 13 मिनट ही लगे थे लेकिन कालाढूंगी में बगावत पर उतरे गजराज सिंह बिष्ट को मनाने में पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत को आधा घंटे से ज्यादा का समय लगा। लेकिन बगावत की इस कहानी का अंत सुखद ही रहा।
गजराज ने बाहर आकर मीडिया के सामने अपनी नाराजगी दूर हो जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि इन दिनों जिस तरह से कालाढ़ूंगी की जनता उनके पीछे आ खड़ी हुई थी, कालाढूंगी के लोगों के इस अहसान को वे ता उ्रम नहीं भूलेंगे।
यह कहते कहते उनका गला रूंध गया और आखें छलछला गई। फिलहाल अब गजराज कल अपना पर्चा वापस लेंगे और इसके बाद बंशीधर भगत के साथ कंधे से कंधा मिलाकर उनका चुनाव प्रचार करेंगें।जनपक्ष आजकल डॉटकॉम